Pita Ke Jamin Apne Name Kare : आज के समय में हर परिवार में जमीन जायदाद का बंटवारा होता रहता हैं। जिसके कारण हर किसी के मन में यही सवाल होता हैं कि पिता की जमीन अपने नाम कैसे करें। या फिर पिता की मृत्यु के बाद जमीन बच्चों के नाम पर ट्रांसफर कैसे किया जाता हैं। इसलिए आज का यह आर्टिकल हर किसी के लिए बहुत जरूरी है कि अपने पिता की संपत्ति को अपने नाम कैसे कर सकते हैं। सही और स्पष्ट कानूनी प्रक्रिया क्या है।
कई बार ऐसा होता है अकारण पिता की मृत्यु के बाद बच्चों के नाम पर पिता की जमीन ट्रांसफर करने की जरूरत पड़ती है। लेकिन सही तरीका न तो बेटों को पता होता है और न ही मां को पता होता है। जिसके कारण पैसा और समय दोनों की बरबादी होती हैं। यहां तक पैसा खर्च हो जाता है मगर पिता की जमीन बच्चों के नाम पर नहीं हो पाती हैं।
इसलिए अगर आप भी अपने पिता की संपत्ति या जमीन को अपने नाम पर रजिस्ट्री करना चाहते हैं। तो इसके लिए किन दस्तावेज की जरुरत पड़ती है। रजिस्ट्री होने में कितना समझ लगता है आदि पूरा तरीका समझाया गया है। मेरे पिता की मृत्यु के बाद मुझे भी इस समस्या से गुजरना पड़ा था, इसके लिए मैं क्या क्या किया। पूरी जानकारी यहां पर मिलेगा।
अपने फादर की जमीन अपने नाम करने के लिए दस्तावेज
अगर बेटा पिता के निधन के बाद उसकी संपत्ति को अपने नाम करवाना चाहता है, तो इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखें।
- वंश सूची प्रमाण पत्र
- वसीयत/वसीयतनामा
- उपहार विलेख
- उत्तराधिकार प्रमाण पत्र
- त्याग पत्र
- उत्तराधिकारियों से अनापत्ति प्रमाण पत्र
- पिता की मृत्यु प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- अपना पासपोर्ट साइज फोटो
Pita Ke Jamin Apne Name Kare.
पिता की जमीन को अपने नाम करने के लिए सबसे पहले वसीयत देखना जरूरी होता हैं। कि आखिर पिताजी ने मरने से पहले वसीयत में क्या क्या लिखा है। किस बेटे को कितनी जमीन देने की इच्छा की हैं। इसी वसीयत के आधार पर कोर्ट भी अपना फैसला सुना देगा,
लेकिन अगर पिता जी ने मरने से पहले वसीयत नहीं लिखा है, तो बेटो में बंटवारा करने में काफी परेशानी होती है जिसके कारण कोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन हां अगर आप अपने पिता के अकेले बेटे हैं, तो वसीयत नामा न होने पर सबकुछ बेटे का ही होता है।
वसीयत के आधार पर पिता की संपत्ति अपने नाम कैसे करें?
वसीयत के आधार पर पिता जी की जमीन को अपने नाम पर करवाना बहुत आसान होता हैं। इसके लिए आपको वसीयत को लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय जाना है। यह वसीयत आपके पिता द्वारा लिखा गया है, इसकी जांच किया जाएगा। अगर उसमें लिखा गया है कि सब संपत्ति तुम्हारे नाम कर दिया जाए, तो कार्यालय द्वारा आपके नाम पर पिता की पूरी जमीन रजिस्ट्री कर दी जाएगी।
यदि पिता के एक से अधिक पुत्र हैं, और वसीयत में सबको अलग अलग हिस्सा दिया गया है। तो आप अकेले पिता की जमीन अपने नाम नहीं करवा सकते हैं, इसके लिए सबसे पहले वसीयत के आधार पर संपत्ति बांटा जाएगा तत्पश्चात आप अपने हिस्से की जमीन अपने नाम पर रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
पिता की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम कैसे करें?
पिता की मृत्यु के पश्चात उनकी संपत्ति को बच्चों के नाम करने की कानूनी प्रक्रिया होती हैं। जिसका पालन करना जरूरी है, इसके लिए स्टेप बाय स्टेप जानकारी नीचे बताया गया है।
- पिता की संपत्ति को अपने नाम करने के लिए सबसे पहले संपत्ति पर अपना अधिकार दिखाने के लिए सूबुत पेश करना होगा।
- इसके बाद आपको वंशावली तैयार करना होगा। वंशावली मतलब परदादा का क्या नाम था उनसे जमीन दादा को मिली, तो दादा का क्या नाम था। दादा से जमीन पिता जी को मिली तो पिता जी का नाम क्या है। पिताजी के कितने बच्चे हैं, उनका नाम क्या है आदि।
- वंशावली तैयार होने के बाद ही पिता की जमीन को सभी बच्चों के बीच बराबर बराबर बांटी जाती है।
- पिता जी के सम्पत्ति का जो भी हिस्सा आपको मिलता है, उस हिस्से की रजिस्ट्री करवा लेना है। इसके कुछ समय बाद दाखिल खारिज कर देना है।
- दाखिल खारिज हो जाने के बाद कानूनी रूप से उस जमीन के मालिक आप हो जाते हैं। उस पर आपका पूरा पूरा अधिकार होता हैं।
पिता की जमीन अपने नाम कैसे करवाएं?
अगर आपके पिता जी जीवित है, तो गिफ्ट डीड निष्पादित कर सकते हैं फिर इसके आधार पर पिता की संपत्ति खुद के नाम हस्तांतरित करा सकते हैं। और सभी भूमि अभिलेखों में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। लेकिन यदि पिता जीवित नहीं है, और उन्होंने वसीयत छोड़ रखी है। तो आप वसीयत के आधार पर पिता की जमीन अपने नाम करवा सकते हैं।
लेकिन इस बात का ध्यान रखें अगर आप के और भी भाई बहन हैं तो पिता की संपत्ति पर सबका अधिकार होता है। इसलिए सभी भाई-बहनों के बीच पिता की संपत्ति का बराबर हिस्सा बंटेगा।
FAQs
पिता की जमीन पर किसका हक होता हैं?
पिता की जमीन पर बेटा, बेटी का अधिकार होता है। इसके अलावा पत्नी का अधिकार होता है।
पिता की मृत्यु के बाद क्या करना चाहिए?
पिता की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी इसके अलावा बेटे बेटियों के नाम संपत्ति का बंटवारा करके उनके नाम पर रजिस्ट्री कर देना चाहिए। अगर पिता जी वसीयत छोड़ गये है, तो वसीयत के आधार पर संपत्ति का बंटवारा कर सकते हैं।
क्या कोई पिता पूरी संपत्ति एक बेटे को ही दे सकता है?
हां, कोई पिता अपने जीवन काल में कमाई गयी सारी दौलत अपने एक बेटे को दे सकती हैं। मगर पैतृक संपत्ति को कभी भी किसी एक बेटे को नहीं दे सकता है।
पिता की मृत्यु के बाद कानूनी वारिस कौन होगा?
पिता की मृत्यु के बाद जमीन पर आपकी माता जी तथा सभी भाई और बहनों का अधिकार होता है।
पिता की मृत्यु के बाद क्या मां अपनी संपत्ति बेच सकती हैं?
पिता की मृत्यु के बाद उसकी संपत्ति पत्नी और बच्चों के बीच बांटी जाती है। संपत्ति का बराबर बराबर हिस्सा लग जाने के बाद पत्नी अपनी हिस्से की जमीन बेच सकती है।
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