Jameen Girvi Nama Kaise Likhe : दोस्तों कभी कभी हमें तत्काल पैसों की जरूरत आन पड़तीं है। लेकिन बुरे वक्त में कोई भी सगा सम्बंधी पैसा देने के लिए राजी नहीं होता है। ऐसे में अगर आपके पास जमीन हैं तो आप जमीन को गिरवी रखकर पैसा पा सकते हैं। लेकिन इसके लिए जमीन गिरवी नामा लिखने की जरूरत पड़ती है।
आज के आर्टिकल में मैं आपको बताने वाला हूं कि आप कैसे अपने जमीन को गिरवी रखने के लिए एग्रीमेंट लिख सकते हैं। इसके अलावा भी इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप अपने जमीन को गिरवी रखकर पैसा लेने की सोच रहे हैं। तो गिरवी नामा जरूरत लिखवा लेना चाहिए। ताकि भविष्य में आप को किसी प्रकार की कोई समस्या न हों।
Jameen Girvi Nama Kaise Likhe.
जमीन का गिरवी नामा लिखने का अलग अलग तरीका है, इसमें से कुछ तरीका नीचे बताया गया है। जो कि इस प्रकार से है-
जमीन (खेत) गिरवी रखने का एग्रीमेंट कैसे लिखें? – 1
मेरा नाम प्रवीन कुमार है। मेरे पिता का नाम शिवा है। मैं ग्राम सीवान पोस्ट रामपुर जिला रायबरेली (अपना पता लिखें) का निवासी हूं। मैंने ग्राम हैवतपुर पोस्ट रामपुर तहसील अमेठ जिला रायबरेली स्थित खेत जिसका खसरा नंबर 10 एवं खाता संख्या 06 (जिस खेत को गिरवी रखना है उसका पता और विवरण लिखें) है को अपने गांव के ही निवासी अवधेश कुमार पुत्र रमेश के पास गिरवी रखी है। गिरवी रखने की रकम 60 हजार रुपए है जो कि एक साल के लिए रखा है। हमारा खेत 2 बीघे का है। इस खेत पर अवधेश एक साल फसल उगाएगा।
अगर मैंने एक साल में पैसे वापस नहीं किए तो अवधेश कुमार मेरे खेत को बेचवाकर अपना पैसा वसूल करेगा। यह अनुबंध हम दोनों ने मिलकर तैयार किया है। इसका पालन हम दोनों का परिवार भी करेगा।
दिनांक : –/–/—-
जमीन गिरवी रखने वाले के हस्ताक्षर
जमीन गिरवी पाने वाले के हस्ताक्षर
गवाहों के हस्ताक्षर
जमीन गिरवी रखकर पैसे उधार लेने का एग्रीमेंट कैसे लिखें? – 2
मेरा नाम रवि कुमार है, मेरे पिता का नाम रामलाल प्रसाद है। मैं ग्राम शहरपुरा, पोस्ट बलियापुर, जिला धनवाद (यहां पर अपना पता लिखें) का निवासी हूं । मैंने ग्राम पहाड़पुर, पोस्ट बलियापुर, जिला – धनवाद (अपने खेत का पता लिखें) स्थित खेत जिसका खसरा संख्या 09 एवं खाता संख्या 05 हैं। जो अपने गांव के निवासी हैं अभिषेक कुमार पुत्र राज कुमार के पास गिरवी रखी है। गिरवी रखने की रकम 90 हजार रुपए है। हमारा खेत 2 बीघे का है। इस खेत पर अभिषेक कुमार एक साल तक फसल उगाएगा।
अगर मैंने एक साल में पैसा वापस नहीं किया तो अभिषेक कुमार मेरे खेत को बेचवाकर अपना पैसा वसूल कर लेगा। यह अनुबंध हम दोनो ने मिलकर तैयार किया है। इसका पालन हम दोनों का परिवार भी करेगा।
दिनांक : –/–/—-
जमीन गिरवी रखने वाले के हस्ताक्षर
जमीन गिरवी पाने वाले के हस्ताक्षर
गवाहों के हस्ताक्षर
जमीन गिरवी रखने के लिए अनुबंध पत्र कैसे लिखें? – 3
मेरा नाम साजिद पिता का नाम विकास है हम ग्राम जसपुरा पोस्ट राठ जिला कानपुर के रहने वाले हैं। हम अपने गांव के ही रहने वाले कल्लू सिंह पुत्र राजू श्री वास्तव की 10 बीघा जमीन 1 लाख रुपए में एक साल के लिए अपने पास गिरवी रख रहें हैं। हम उसकी जमीन पर एक साल तक फसल करेंगे उसके बाद उसका खेत उसे वापस कर देंगे। एक साल तक राजू सिंह का उसके खेतों पर कोई हक नहीं होगा।
अगर एक साल में मैंने पैसा वापस नहीं किया तो खेत को बेचकर वह अपना पैसा वसूल कर लेगा। यह अनुबंध दोनो पक्षों के परिवार की सहमति से बनाया गया है। इसका पालन करना दोनों परिवार की जिम्मेदारी है।
दिनांक : –/–/—-
जमीन गिरवी रखने वाले के हस्ताक्षर
जमीन गिरवी पाने वाले के हस्ताक्षर
गवाहों के हस्ताक्षर
गिरवी रखने के लिए जरूरी बातें
- अगर आप अपनी संपत्ति गिरवी रखकर पैसा लेने की सोच रहे हैं, तो आपको इसके जरुरी तत्व जान लेना चाहिए।
- जो व्यक्ति गिरवी रख रहा है, उसका गिरवी के माल पर वैधानिक अधिकार होना चाहिए।
- गिरवी के रुप में जो भी वस्तु रखा गया है, उस बेचने योग्य होनी चाहिए। ताकि समय पर उसे बेचकर अपना पैसा वसूला जा सकें।
- गिरवी में रखी गई वस्तु का जमानत होनी चाहिए।
- गिरवी के रुप में रखी जाने वाली वस्तु चल संपत्ति होनी चाहिए।
- गिरवी के रुप में रखी वस्तु पर पैसों का लेन देन होना चाहिए।
FAQs
गिरवी रखी गई संपत्ति का मालिक कौन होता है?
गिरवी रखी गयी जमीन का स्वामित्व जमीन मालिक के पास होता हैं। संपति के मूल्य का 70-80% धनराशि गिरवी का मूल्य निर्धारित किया जाता है।
क्या गिरवी रखी गई संपत्ति कुर्क की जा सकती हैं?
जी नहीं, गिरवी के रुप में रखी गई संपत्ति अपराध द्वारा अर्जित संपत्ति नहीं होता है। इसलिए इसे कुर्क नहीं किया जा सकता है। हमेशा जो संपत्ति अपराध के माध्यम से अर्जित किया जाता है, उसे ही सरकार कुर्क करने का आदेश देती है।
संपति पर कुर्की का आदेश कब होता हैं?
जब किसी आरोपी पर सरकार का उधार होता है, या किसी व्यक्ति पर उधार होता है। और न्यायालय के बार-बार कहने पर भी बकाया पैसा नहीं चुकाया जा रहा है। तब ऐसी स्थिति में न्यायलय द्वारा कुर्की वारंट जारी किया जाता है।
इसे भी पढ़ें