दोस्तों हर दिन लाखों श्रद्धालु खाटू श्याम बाबा का दर्शन करने जाते हैं। लोगों की अलग-अलग मनोकामनाएं होती हैं, जिसे पूरा करने की उम्मीद में लोग खाटू श्याम जाते हैं। लेकिन एक सवाल सभी श्रद्धालु के मन में हमेशा रहता है कि खाटू श्याम बाबा को खुश कैसे करें, खाटू श्याम को प्रसन्न कैसे करें आदि। क्योंकि अगर खाटू श्याम बाबा आपसे प्रसन्न हो गए तो समझो आपकी सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी।
दोस्तों हर दिन लाखों श्रद्धालु खाटू श्याम बाबा का दर्शन करने जाते हैं। लोगों की अलग-अलग मनोकामनाएं होती हैं, जिसे पूरा करने की उम्मीद में लोग खाटू श्याम जाते हैं। लेकिन एक सवाल सभी श्रद्धालु के मन में हमेशा रहता है कि खाटू श्याम बाबा को खुश कैसे करें, खाटू श्याम को प्रसन्न कैसे करें आदि। क्योंकि अगर खाटू श्याम बाबा आपसे प्रसन्न हो गए तो समझो आपकी सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी।
खाटू श्याम बाबा को खुश कैसे करें?
खाटू श्याम बाबा को खुश करने अथवा प्रसन्न करने का उपाय नीचे विस्तार पूर्वक दिया गया है। जो कि इस प्रकार से है-
दर्शन के लिए जाएं.
अगर आप भी खाटू श्याम बाबा को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले खाटू श्याम जी का दर्शन करने जाना चाहिए। आपको बता दे की खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। अगर आप बाबा जी का विशेष कृपा पाना चाहते हैं, तो आपको शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन दर्शन करने जाना चाहिए। दर्शन के लिए जाते समय गुलाब और इत्र लेकर अवश्य जाएं, जो बाबा जी को बहुत प्रिय है। दर्शन करने के बाद सुबह और शाम की आरती में अवश्य शामिल हो, इससे खाटू श्याम जी प्रसन्न होते हैं।
खाटू श्याम की पूजा विधि घर से
अगर आप खाटू श्याम जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो वहां पर जाकर विधि विधान से पूजा करना अति आवश्यक है। खाटू श्याम बाबा को हारे का सहारा कहा जाता है, इसलिए अगर आप हर जगह से हार गए हैं तो खाटू श्याम जी से सहारा जरुर मिलेगा। अगर आप खाटू श्याम मंदिर जाने में आज असमर्थ हैं, तो घर से ही विधि विधान से पूजा करें।
- घर में जहां पर पूजा स्थान है, वहां पर खाटू श्याम बाबा की एक मूर्ति को साफ कपड़े से पोंछ कर रखना है।
- इसके अलावा आपके पास पूजा के लिए अगरबत्ती, धूप, घी का दीपक, फूल, फूल की माला, कच्चा दूध प्रसाद आदि सामग्री होना चाहिए।
- इसके बाद आपको पंचामृत या दही से खाटू श्याम की मूर्ति को स्नान कराना है। फिर उसे पानी से स्नान कराकर साफ कपड़े से पोछ कर मूर्ति को रखना है।
- अब इसके बाद मूर्ति के सामने फूल चढ़ाकर फूल की माला पहना दें।
- इसके बाद मूर्ति के सामने घी के दीपक जला दें, धूप तथा अगरबत्ती जला दें।
- इसके बाद कच्चे दूध तथा प्रसाद का भोग लगा दें।
- अब आपकी जो मनोकामना हैं, उसके लिए कम से कम 10 मिनट हाथ जोड़कर बाबा से विनती करनी है।
- इसके बाद खाटू श्याम जी की आरती करना है।
- आरती के बाद जयकार जैसे – खाटू श्याम की जय, जय हो शीश के दानी, जय हो कलयुग के देवता, जय हो खाटू वाले नाथ की आदि।
- इसके बाद शीश नवाकर पूजा स्थल से उठ जाएं, प्रसाद ग्रहण करके घर के सदस्यों को भी बांट दें।
मनपसंद भोग लगाना.
खाटू श्याम महाराज जी को भोग के रूप में सबसे ज्यादा कच्चा दूध, खीर, चूरमा, खोया मावे आदि चढ़ाएं जाते हैं। इसलिए दर्शन करने जाते समय भोग चढ़ाने के लिए कच्चा दूध, खीर, चूरमा, खोया मावे आदि अवश्य लेकर जाएं। जिस प्रकार से किसी व्यक्ति को उसकी पसंद का खाना खिलाने से खुश हो जाता है। उसी प्रकार से मनपसंद भोग लगाने से खाटू श्याम जी अति प्रसन्न होंगे और आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगे।
बाबा के नाम से दान करें.
खाटू श्याम जी अर्थात बर्बरीक ने महाभारत के दौरान अपना शीश दान किया था। उन्हें दान देने वाले श्रद्धालु अति प्रिय है। इसलिए जब कभी भी खाटू श्याम मंदिर दर्शन के लिए जाएं, तो घर से खुले पैसा जरुर लेकर जाएं। वहां पर जो भी भिखारी मिलें, उन्हें पैसा, भोजन, कपड़ा आदि दान कर सकते हैं। दान करने की कोई सीमा नहीं है, हर श्रद्धालु अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करके बाबा जी को प्रसन्न कर सकता है।
खाटू श्याम की ज्योत कैसे जलाते हैं?
खाटू श्याम जी की ज्योति हमेशा घी से जलाना चाहिए। ज्योति जलाने के बाद धूप, अगरबत्ती जलाकर चंदन और रोली का तिलक लगा देना चाहिए। इसके खाटू श्याम जी प्रसन्न होते हैं।
खाटू श्याम कब जाना चाहिए?
वैसे तो दोस्तों खाटू श्याम जी का दर्शन करने आप किसी भी दिन जा सकते हैं। लेकिन एकादशी और द्वादशी के दिन दर्शन करना बहुत ही शुभ माना जाता है। फागुन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को बाबा का दर्शन करने से विशेष लाभ मिलता है। इसलिए अगर खाटू श्याम बाबा जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो कोशिश करें कि एकादशी और द्वादशी के दिन दर्शन करें।
खाटू श्याम जी के मंत्र
जिस प्रकार अन्य देवी देवता को प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्रों का जाप किया जाता है। इस प्रकार से खाटू श्याम बाबा को प्रसन्न करने के लिए उनका भी मंत्र हैं-
- ओम मोर्वये नमः
- ओम श्री श्याम देवाय नमः
- ओम सुहृदयाय नमो नमः
- ओम श्याम शरणम् मम:
- ओम मोर्वी नंदनाय नमः
- ओम खाटूनाथाय नमः
- ओम शीशदानेश्रराय नमः
- ओम महाधनुरधर वीर बर्बरीकाय नमः
- ओम श्याम देवाय बर्बरीकाय हरये परमात्माने, प्रणत: क्लेशनाशाय सुह्रदयाय नमो नमः
- ओम मोर्वी नंदनाय विश्रवे श्याम देवाय धीमहि तत्रो बर्बरीक प्रचोदयात्
श्याम बाबा का बीज मंत्र
श्याम बाबा का बीज मंत्र – ओम श्री श्याम देवाय नमः, इस मंत्र के जपने से आत्मा को शुद्धि मिलती हैं। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती हैं, शरीर निरोगित रहता है, बिजनेस व्यापार में मदद मिलती है आदि।
FAQs
खाटू श्याम जाने के लिए कौन सा दिन शुभ है?
वैसे तो खाटू श्याम दर्शन करने के लिए आप किसी भी दिन जा सकते हैं। लेकिन एकादशी में विशेष करके फागुन माह की शुक्ला पक्ष की एकादशी दर्शन करने के लिए बहुत ही अच्छा दिन माना जाता है।
खाटू श्याम का व्रत किस दिन करना चाहिए?
खाटू श्याम महाराज जी का जन्मदिन कार्तिक महीने की शुक्ला पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। यही दिन व्रत के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
क्या रविवार को खाटू श्याम बंद रहता है?
जी नहीं, यह मंदिर 24 घंटे खुला रहता है। आप कभी भी दर्शन के लिए जा सकते हैं।
खाटू श्याम बीज मंत्र क्या है?
खाटू श्याम जी का बीज मंत्र – ओम श्री श्याम देवाय नमः
खाटू श्याम जाने से क्या मनोकामना पूरी होती है?
दोस्तों इस कलयुग में खाटू श्याम को श्री कृष्ण जी का अवतार माना जाता है। उन्हें हारे का सहारा भी कहा जाता है। इसलिए यहां पर श्रद्धालु का सभी मनोकामना पूरी होती है।
खाटू श्याम को कौन सा फूल पसंद है?
खाटू श्याम जी को गुलाब का फूल पसंद है, श्रद्धालु लोग दर्शन के लिए जाते समय लाल गुलाब का फूल और इत्र चढ़ाने के लिए लेकर जाते हैं।
खाटू श्याम जी की तस्वीर कहां लगानी चाहिए?
अगर आप खाटू श्याम मंदिर से खाटू श्याम बाबा की तस्वीर घर ला रही हैं। तो अपने घर में पवित्र जगह पर पूर्व दिशा की ओर तस्वीर लगानी चाहिए।
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