Thana Prabhari Ko Application in Hindi : दोस्तों आज के आर्टिकल में मैं आप सभी को बताने वाला हूं कि थाना प्रभारी या थाना अध्यक्ष को शिकायत पत्र कैसे लिखें? क्योंकि अक्सर जब घर में या पड़ोसी से किसी बात को लेकर झगड़ा हो जाता हैं, या किसी अपराधी से झगडा होता हैं, तो ऐसी स्थिति में थाना में शिकायत करना जरूरी होता हैं।
क्योंकि अगर आप शिकायत कर देते हैं तो पुलिस आपके समस्या का समाधान कर सकती हैं। लेकिन अगर आप ने झगड़ा काफी बढ़ जाने के बाद भी पुलिस में शिकायत नहीं किया तो हो सकता है झगड़ा और भी गंभीर रूप ले ले और किसी की जान चली जाए।
इस लिए आज का लेख पढ़कर जान सकते हैं कि थाना प्रभारी को शिकायत पत्र कैसे लिखा जाता है। पुलिस अधिकारी को शिकायत करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि शिकायत पत्र लिखते ही तुरंत कार्यवाही हो सकें।
थाना प्रभारी/थाना अध्यक्ष कौन होता हैं?
ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के लोगों को यह पता नहीं होता है कि थाना अध्यक्ष या थाना प्रभारी किसे कहते हैं। तो आज मैं आपको बता देना चाहता हूं कि थाना प्रभारी को अंग्रेजी में पुलिस इंचार्ज (Police Incharge) कहते हैं। पुलिस इंचार्ज को थाना इंचार्ज/दरोगा/थाना प्रभारी/थाना अध्यक्ष के नाम से जानते हैं।
सभी पुलिस स्टेशन में एक थाना प्रभारी की नियुक्ति होती है जिनका कार्य थाना के अंतर्गत आने वाले सभी मोहल्लों, कस्बों, गांव में सही ढंग से देखभाल करना और शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी होती है। उस प्रदेश के पुलिस कमिश्नर द्वारा कानून के तहत बनाए गए नियमों का पालन करवाना इसके अलावा थाना के अंतर्गत आने वाले सभी गांव में अगर कोई अपराधी है, उसे पड़कर कोर्ट में पेश करना जिम्मेदारी होती है।
थाना प्रभारी को एप्लीकेशन लिखते समय किन बातों का ध्यान रखें?
अगर आपका किसी अनजान व्यक्ति से या पड़ोसी से या किसी गांव वाले से गंभीर झगड़ा होता है, तो आप थाना प्रभारी को एप्लीकेशन लिख सकते हैं। लेकिन एप्लीकेशन लिखते समय नीचे दिए गए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें ताकि एप्लीकेशन आपका रिजेक्ट ना हो।
- झगड़े से संबंधित थाना अध्यक्ष को शिकायत पत्र लिखते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका गांव किस थाना के अंतर्गत आता है। क्योंकि एप्लीकेशन लिखते समय सेवा में श्रीमान थाना प्रभारी महोदय (अपने थाने का नाम और पता लिखें) से शुरूआत करनी होती है।
- जिस भी मामले से संबंधित आप शिकायत पत्र लिखना चाह रहे हैं, उसके बारे में विषय : मामला लिखें, जरूर लिखें, ताकि दरोगा समझ सके कि आप किस मामले के लिए एप्लीकेशन लिखे हैं।
- इसके बाद जिस भी घटना से संबंधित आप शिकायत पत्र लिख रहे हैं, उस घटना से संबंधित आपको पूरी सही जानकारी लिखनी है।
- अगर घटना से संबंधित आपके पास कोई साक्ष्य एविडेंस है, तो उसे एप्लीकेशन पत्र के साथ अवश्य संलग्न करना चाहिए।
- एप्लीकेशन लिखने के पश्चात सबसे नीचे आपको दिनांक एवं शिकायतकर्ता का नाम, पता, मोबाइल नंबर जरूर लिखना चाहिए।
Thana Prabhari Ko Application in Hindi
थाना प्रभारी को शिकायत पत्र लिखने के कई कारण होते है। लोग अपनी अलग-अलग मामलों से संबंधित पुलिस अधिकारी को पत्र लिखते हैं। आगे कुछ प्रारूप समझाया गया है। जो इस प्रकार से है-
लड़ाई झगड़े की शिकायत हेतु दरोगा को आवेदन पत्र
सेवा में,
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय जी,
(अपने पुलिस थाना का नाम और पता लिखें)
विषय : लड़ाई झगड़े की शिकायत हेतु आवेदन पत्र
महोदय जी,
मेरा नाम प्रसाद तिवारी (अपना नाम लिखें) है, मैं एक मध्यम वर्ग का कर्मचारी हूं। मैं विजयपुर गांव (अपने गांव का नाम लिखें) में अपने परिवार के साथ रहता हूं। मेरे मकान के पास के ही कुछ लड़के रात में शराब पीकर मोहल्ले में झगड़ा करते है। और शोर मचा कर गलत शब्द का प्रयोग करते हैं। जिससे मैं बहुत परेशान हूं और मेरे बच्चे ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते हैं।
अतः मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि जल्द से जल्द ठोस कदम उठाकर हमारी समस्या का समाधान किया जाए। इसके लिए मैं सदैव आपका आभारी रहूंगा। धन्यवाद!
दिनांक –/–/—-
आपका गांववासी
नाम : ———–
पता : ———–
मोबाइल नंबर : ———–
थाना प्रभारी को दुर्गा पूजा समारोह की अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र
सेवा में,
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय जी,
(अपने थाना का नाम और पता लिखें)
विषय : दुर्गा पूजा समारोह की अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि हम सुइथाकला (अपने गांव का नाम लिखें) के निवासी आपको सूचित करते हैं कि इस बार 2024 में नवरात्रि में दुर्गा माता की मूर्ति स्थापित करके पूजा समारोह मनाना चाहते हैं। पूरे समारोह में हम विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन करेंगे। इससे किसी को परेशानी नहीं होगी, हम सभी नियमों का पालन करेंगे।
अतः आपसे विनम्र विनती है कि हमें दुर्गा पूजा समारोह मनाने की अनुमति दी जाए। इसके लिए हम समस्त ग्रामवासी आपके सदा आभारी रहेंगे। धन्यवाद!
दिनांक : –/–/—-
प्रार्थी
समस्त ग्रामवासी
(अपने गांव का नाम और पता लिखें)
फर्जी तरीके से पैसा ठगने के सम्बन्ध में शिकायत पत्र
सेवा में,
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय जी,
(अपने गांव का नाम और पता लिखें)
विषय : फर्जी तरीके से पैसा ठगने के सम्बन्ध में आवेदन पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं जय कुमार, पिता- पवन कुमार, ग्राम पोस्ट — (यहां पर अपना नाम, पिता का नाम और पता लिखें) का निवासी हूं। उपर्युक्त विषय के संबंध में कहना है कि दिनांक –/–/—- को मोबाइल नंबर 9851xxxx से मेरे मोबाइल पर फोन आया। उसने अपना परिचय बैंक मैनेजर के रूप में दिया। उसने हमें बताया कि आपका एटीएम कार्ड बंद हो चुका है। यदि आप इसे पुनः चालू करवाना चाहते हैं तो अपने कार्ड का सीवीवी एवं कोड बताएं। जैसे ही हमने बताया तुरंत मेरे खाते से 20000 रुपए कट गया।
अतः श्रीमान से प्रार्थना है कि उपरोक्त बातों पर ध्यान देते हुए अतिशीघ्र कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें। इसके लिए मैं सदैव आपका आभारी रहूंगा। धन्यवाद!
दिनांक –/–/—-
प्रार्थी
नाम : ———
पता : ———
मोबाइल नंबर : ———-
बैंक पासबुक खोने के सम्बन्ध में थाना इंचार्ज को एप्लीकेशन
सेवा में,
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय जी,
(अपने थाना का नाम और पता लिखें)
विषय : बैंक पासबुक खोने के सम्बन्ध में आवेदन पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं चंदन कुमार उम्र 24 वर्ष जटानगर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव (यहां पर अपना नाम, पता, थाना क्षेत्र का नाम पता लिखें) का निवासी हूं। मैं आपको इस पत्र के माध्यम से सूचित करना चाहता हूं कि आज दिनांक –/–/—- को लगभग सुबह के 10 बजे मैं जटानगर की ओर बस से आ रहा था। तब जल्दबाजी में मैंने अपने पासबुक को बस की सीट पर छोड़ दिया। जब ख्याल आया तो बस का पता लगाने की कोशिश की, मगर असफल रहा।
अतः श्रीमान जी आपसे अनुरोध करता हूं कि उपरोक्त विषय वस्तु में FIR दर्ज कर मुझे इसका एक प्रति प्रदान करने की कृपा करें ताकि खोई हुई बैंक पासबुक संबंधित बैंक से प्राप्त कर सकें। इसके लिए मैं सदैव आपका आभारी रहूंगा। धन्यवाद!
दिनांक : –/–/—-
प्रार्थी
नाम : ——–
पता : ———-
मोबाइल नंबर : ———–
थाना प्रभारी को शिकायत पत्र लिखने की जरूरत कब पड़ती हैं?
जब भी कोई गंभीर झगड़ा हो जाता है झगड़े के दौरान कोई व्यक्ति गंभीर घायल हो जाता है। इसके अलावा गांव अथवा नगर में किसी व्यक्ति द्वारा जबरदस्ती डराया धमकाया जाता है, तो आप इस मामले से संबंधित पुलिस अधिकारी को प्रार्थना पत्र लिख सकते हैं।
क्योंकि जब भी कोई गंभीर मामला होता है तो उसके लिए हमें सरकारी विभाग में लिखित रूप में ही प्रार्थना पत्र द्वारा शिकायत करनी पड़ती है। लिखित में की गई शिकायत पत्र का प्रभाव एवं महत्व अधिक होता है।
एप्लीकेशन के माध्यम से हम पुलिस अधिकारी के पास अपनी समस्या को पहुंचाकर यह बताते हैं, कि हमारे साथ इतना गंभीर घटना घट गया है। या मुझे किसी गंभीर अपराधी के द्वारा धमकी दिया जा रहा है। क्योंकि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए होती है, जब तक आप किसी गंभीर मामले को लेकर थाना प्रभारी को शिकायत नहीं करेंगे तब तक पुलिस आपकी सुरक्षा नहीं करेगी।
FAQs
थाना प्रभारी को हिंदी में क्या कहते हैं?
पुलिस स्टेशन के मुख्य अधिकारी को थाना प्रभारी या थाना अध्यक्ष कहते हैं। जिसे हम SHO, SO, प्रभारी निरीक्षक, थानेदार, कोतवाल के नाम से जानते हैं। यही पुरे थाने का सबसे बड़ा अफसर होता हैं।
Fir कितने दिनों के लिए वैध है?
नये नियम के अनुसार Fir 90 दिनों के लिए वैध होता हैं।
पुलिस नहीं सुन रही है तो क्या करें?
अगर थाने में शिकायत करने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है, तो आप वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को शिकायत पत्र लिख सकते हैं।
थाना का दूसरा नाम क्या है?
थाना का दूसरा नाम कोतवाली है, चाहे थाना कहो या कोतवाली कहो बात एक ही है।
3 स्टार वाला पुलिस कौन होता है?
पुलिस विभाग में तीन पदों ऐसे होते हैं, जिनकी वर्दी पर 3 स्टार होता हैं। तीन पद – इंस्पेक्टर, डीएसपी, डीआईजी
5 स्टार वाली पुलिस को क्या कहते हैं?
इस पद का पूरा नाम इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस होता हैं, जिनकी वर्दी पर 5 स्टार होता है।
इसे भी पढ़े