Delhi Traffic Police Challan List : दोस्तों जैसा कि आपको पता है सभी राज्य में ट्राफिक पुलिस द्वारा यातायात को कंट्रोल किया जाता है। ट्राफिक पुलिस द्वारा यातायात को सुरक्षित तथा जा न माल से बचाने के लिए महत्वपूर्ण नियम बनाये जाते हैं। जिसका पालन करना सभी वाहन चालकों के लिए अनिवार्य होता हैं।
अगर आप दिल्ली के निवासी हैं या दिल्ली में कोई गाड़ी चलाते हैं तो आपको दिल्ली ट्राफिक पुलिस चालान की जानकारी होना चाहिए। यानि किस ट्राफिक नियमों के उल्लंघन पर कितना चालान कटता है। आज के आर्टिकल में दिल्ली ट्राफिक पुलिस चालान लिस्ट की पूरी जानकारी विस्तार से दिया गया है।
दिल्ली में ट्राफिक जुर्माना क्या हैं?
दिल्ली रोड क्रैश रिपोर्ट 2021 के अनुसार दिल्ली में 4720 सड़क दुर्घटनाओं में से 1239 लोगों की मौत हुई थी। वहीं पर वर्ष 2022 में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2300 सड़क दुर्घटना हुआ था जिसमें कि 500 लोगों की मौत हुई थी।
इसी लिए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 2019 में मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन किया गया था। ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। इस लिए समय समय पर अधिनियम संशोधन करके ट्राफिक नियम बनाये जाते हैं। यातायात नियमों के उल्लंघन करने दिल्ली में ट्राफिक जुर्माना वसूला जाता है।
Delhi Traffic Police Challan List 2025
S. No. | उल्लंघन | जुर्माना |
1. | बिना लाइसेंस के ड्राइविंग/राइडिंग | ₹5,000 |
2. | ओवरस्पीडिंग | एलएमवी: ₹1,000-₹2,000 एमपीवी/एचपीवी: ₹2,000-₹4,000 (+ लाइसेंस जब्ती) |
3. | बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाना | ₹1,000 और/या जेल |
4. | खतरनाक ड्राइविंग/राइडिंग और जंपिंग रेड लाइट | ₹1,000- ₹5,000 और/या 6 महीने से 1 साल तक की जेल, लाइसेंस जब्ती |
5. | मोबाइल इस्तेमाल करते हुए ड्राइविंग/राइडिंग (हैंडहेल्ड) | ₹5,000 |
6. | आपातकालीन वाहनों जैसे एंबुलेंस, दमकल आदि को रास्ता न देना। | ₹10,000 और/या जेल |
7. | दोपहिया वाहनों में ओवरलोडिंग | ₹2,000 और लाइसेंस अयोग्यता और/या 3 महीने की जेल |
8. | क्षमता से ज़्यादा लोगों को बैठाना | प्रत्येक अतिरिक्त यात्री और/या कम्युनिटी सर्विस के लिए ₹200 |
9. | प्रवर्तन प्राधिकारियों द्वारा किया गया अपराध जैसे रिश्वत देना | दोहरा जुर्माना (ट्रैफ़िक नियमों के उल्लंघन के अनुसार अलग होता है) |
10. | ट्रैफ़िक प्राधिकरण/आदेशों की अवज्ञा के तहत सूचना देने से इनकार करना | ₹2,000 |
11. | ड्राइविंग/बिना रजिस्ट्रेशन के राइडिंग | ₹5,000 | बाद के अपराध के लिए ₹ 10,000 |
12. | किसी नशीले पदार्थ के नशे में गाड़ी ड्राइव/राइड करना | पहली बार अपराध: ₹10,000 दूसरी बार का अपराध: ₹15,000 |
13. | बिना इंश्योरेंस के वाहन की ड्राइविंग/राइडिंग करना | पहली बार अपराध: ₹2,000 और/या 3 महीने की जेल दूसरी बार अपराध: ₹4,000 |
14. | स्पीडिंग और रेसिंग | ₹5,000 और/या 3 महीने की जेल, बाद के उल्लंघन के लिए ₹10,000 और 1 साल तक की जेल |
15. | सड़क नियमों का उल्लंघन | ₹500- ₹1000 |
16. | अयोग्य होने के बावजूद ड्राइविंग/राइडिंग | ₹10,000, और/या जेल |
17. | बिना हेलमेट के राइडिंग (राइडर और पिलियन राइडर) | ₹1000, और या लाइसेंस अयोग्यता, 3 महीने की जेल |
18. | किशोर अपराध | 3 साल की जेल के साथ ₹25,000, 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन रद्द करना, 25 साल की उम्र तक लाइसेंस के लिए अपात्र |
19. | बिना टिकट गाड़ी ड्राइविंग/राइडिंग करना | ₹500 |
20. | बिना लाइसेंस के वाहनों का अनाधिकृत इस्तेमाल | ₹1,000- ₹5,000 |
21. | बिना परमिट के वाहन | ₹10,000 और/या 6 महीने तक की जेल |
दिल्ली में नए ट्राफिक जुर्माने कब लागू हुआ?
दिल्ली सरकार द्वारा 1 सितम्बर 2019 को नया ट्राफिक जुर्माना लागू किया गया। ट्राफिक पुलिस चालान लागू होने के कारण 2018 में चालान की संख्या 524819 से घटकर 2019 में 173921 हो गया था। मोटर वाहन अधिनियम लागू होने के बाद दिल्ली के अलावा कुछ अन्य राज्यों में चालान की दरों में वृद्धि हुआ है।
लेकिन मोटर वाहन अधिनियम संसोधन के बाद केरल, गुजरात, कर्नाटक आदि राज्यों द्वारा अव्यावहारिक घोषित किया गया। जिसके फलस्वरूप जुर्माना कम करना पड़ा। मगर दिल्ली में ट्राफिक पुलिस चालान कम नहीं किया गया है। यही कारण है कि लोग चालान से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करते हैं।
सर्कल में ट्राफिक इंस्पेक्टरों की ड्यूटी
क्षेत्र का निरीक्षण
प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे तक सर्कल में पहुंचना तथा निम्न कार्य करना-
- स्टाफ की हाजिरी जांचना तथा उन्हें पूरे दिन की ड्यूटी के बारे में ब्रीफ करना, वीआईपी एवं अन्य यातायात प्रबंधों को पूरा करना, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन करना, अभियोजन के उत्तरदायित्व को पूरा करना आदि।
- स्टाफ का टर्नआउट चेक करना तथा सुनिश्चित करना कि उनके पास चालान बुक व नोटिस बुक उपलब्ध है। वर्षा ऋतु वाले दिन प्रत्येक के पास रेनकाट होना चाहिए।
- ऐसे वाहनों की पहचान करना जो रात में खराब हो गए हो जिस वजह से जाम लग रहा हो तथा उन वाहनों को हटवाना।
- ऐसे रास्ते को चिन्हित करना जिन पर सिविल एजेंसी के वर्कर काम कर रहे हैं। तथा इस वजह से यातायात सुचालु रूप से ना चल पा रहा हो। ऐसी जगह पर यातायात को सुचालु व्यवस्था करने के लिए वाहनों को चलाना तथा वैकल्पिक मार्ग पर मोड़ना।
- सड़क पर पड़े कूड़े मलवे को हटाकर यातायात व्यवस्था दुरुस्त करना।
- ऐसी सड़कों को पहचानना जहां पानी जमा हो, गड्ढे हो गए हो, सड़क टूटी हो, बिजली के तार टूटी पड़े हो उन्हें ठीक करना।
- खराब पड़ी ट्रैफिक लाइट का पता लगाकर उन्हें तुरंत ठीक करवाना।
- कोई भी अन्य बाधा का पता लगाएं जिनकी वजह से ट्रैफिक रुकता हो उन्हें तुरंत सही करायें।
रात्रि जांच की योजना
रात्रि जांच हेतु पर्याप्त पुलिस बल लगाएं जाएं। वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त निर्देशानुसार स्टाफ को रात्रि जांच के बारे में ब्रीफ करना चाहिए।
दुर्घटना रोकथाम के लिए उचित कदम
- सख्त अनुपालन : यातायात कानून का सक्ति से पालन करवाया जाना चाहिए ताकि लोग इन कानून का उल्लंघन ना कर सके।
- उचित विनियमन : अधिकांश लोग यात्रायात के नियमों को इसलिए तोड़ते हैं ताकि वे अपना समय बचा सकें।
- मोबाइल पेट्रोलिंग : सड़क पर वाहनों द्वारा ग्रस्त लगाकर आम जनता को अपनी उपस्थिति का आभास कराते रहना चाहिए। जिससे कि वे यातायात नियमों का उल्लघंन करने का साहस न कर सके।
- गुणात्मक अभियोजन : अभियोजन का प्रदर्शनात्मक प्रभाव पड़ना चाहिए। नियम तोड़ने वालों को सर्वप्रथम पीएम सिस्टम के माध्यम से चेतावनी देनी चाहिए। रुकने के लिए मजबूर करना चाहिए तथा जिस नियम का उसने उल्लंघन किया है उसके बारे में उचित जानकारी देकर अभियोग चलाना चाहिए।
- शिक्षा : सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को शिक्षा देना बहुत जरूरी है। शिक्षा इस तरह से दी जाए कि वे स्वयं नियमों का पालन करने लगें।
- सड़क संरचना का रखरखाव : ट्रैफिक पुलिस को सिविक एजेंसी के साथ मिलकर सड़क की संरचनाओं जैसे कि सिग्नल, लाइट, सड़क चिन्ह, टूटी सड़क आदि की मरम्मत करवानी चाहिए।
- विशेष अभियान एवं औचक निरीक्षण : विभिन्न उल्लंघनों जैसे कि ओवर स्पीडिंग, ड्रंकन ड्राइविंग आदि की रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाए जाने चाहिए। इसके अलावा नियम तोड़ने वालों की धड़ पकड़ हेतु आवश्यक निरीक्षण का आयोजन किया जाना चाहिए।
- यातायात को शांत करने वाले उपकरणों का इस्तेमाल : उपयुक्त स्थान पर स्पीड ब्रेकर्स, केट्स आई आदि ट्राफिक कामिग डिवाइस का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
दिल्ली में नये यातायात नियम
दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया दिल्ली पुलिस द्वारा दिल्ली में यातायात और सड़क सुरक्षा को लेकर काफी अहम कदम उठाए जाते हैं। ताकि दुर्घटना को रोका जा सके। इसके लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहन के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। अगर आप इसका पालन करेंगे तो दुर्घटना होने से खुद को बचा सकते हैं।
- नशे में गाड़ी न चलाएं : आज के समय में बहुत से रोड एक्सीडेंट नशे में धूत होकर गाड़ी चलाने के कारण हो रहा है। ज्यादातर युवा वर्ग दारू शराब पीने के बाद नशे में गाड़ी चलाते हैं। कभी गाड़ी तेज़ तो कभी धीम चलाते हैं। नशे में होने के कारण गाड़ी पर से कंट्रोल खो जाता है। जिसके कारण एक्सीडेंट हो जाता है। इसलिए कम से कम अपने परिवार के लिए शराब पीकर गाड़ी न चलाएं।
- सीटबेल्ट अवश्य पहनें : चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट कंपनी द्वारा अवश्य दिया जाता है। अगर आप बिना सीटबेल्ट के गाड़ी चलाते हैं तो एक्सीडेंट होने पर घातक चोट लगती है। बहुत बार तो चालाक की मौत भी हो जाती हैं। वहीं पर अगर आप से सीटबेल्ट पहनकर गाड़ी चलाते हैं तो सीटबेल्ट आपको सीट से बांध कर रखता है। एक्सीडेंट होने पर आपका शरीर आगे की ओर नहीं जाता जिससे कम चोट लगता है।
- हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाएं : दो पहिया वाहन चालकों से निवेदन है कि हमेशा हेलमेट पहनकर ही गाड़ी चलाएं। बहुत से लोग बाजार जाते समय, बैंक जाते समय हेलमेट नहीं लगाते हैं। सोचते हैं नजदीक है इसके लिए क्या हेलमेट लगाना। मगर इसी में एक्सीडेंट हो जाता है। अगर आप हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाते हैं तो एक्सीडेंट होने पर आपके सिर में चोट नहीं लगती है।
- ट्राफिक नियमों का पालन : आपने देखा होगा बहुत से लोग गाड़ी चलाते समय यातायात नियम का पालन नहीं करते हैं। जहां पर यातायात सिग्नल लगा होता है वहीं पर एक तरह रोक कर दूसरी तरफ का पब्लिक निकाली जाती है। लेकिन अगर आप ने नियमों का पालन नहीं किया तो उधर से आती हुई गाड़ी से एक्सीडेंट हो।
- नो पार्किंग जोन में पार्किंग करना : दिल्ली ऐसा शहर जहां पर भीड़ बहुत होती हैं। इसलिए ट्राफिक पुलिस द्वारा पार्किंग जोन और नो पार्किंग जोन निर्धारित किया गया है। ताकि कहीं भी ट्राफिक जाम न हो। लेकिन फिर भी बहुत से वाहन चालक नो पार्किंग जॉन में अपनी गाड़ी खड़ी कर देते हैं। और उन्हें जुर्माना देना पड़ जाता है।
- दस्तावेज साथ रखें : वाहन चालक गाड़ी चलाते समय गाड़ी से संबंधित डॉक्यूमेंट्री अपने साथ रखें। क्योंकि जगह-जगह चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग की जाती है। अगर दस्तावेज बराबर नहीं है तो जुर्माना देना पड़ सकता है।
- ओवरस्पीडिंग गाड़ी न चलाएं : आपने देखा होगा रोड सही होने पर टू व्हीलर और फोर व्हीलर चालक गाडी बहुत स्पीड में चलाते हैं। गाड़ी चलाते समय एकाएक कोई गाड़ी, गढ्ढा, जानवर इत्यादि आने पर गाड़ी को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण एक्सीडेंट हो जाता है। इसलिए हमेशा गाड़ी को मीडियम स्पीड से चलाएं।
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