Jameen Ke Tarmeen Kaise Karaye : दोस्तों जब कभी भी माता-पिता अपनी संपत्ति को अपने बच्चों में बताते हैं। तो प्रत्येक बच्चे को बराबर बराबर हिस्सा मिलता है लेकिन वह जमीन एक ही नक्शे पर दिखाई देता है। एक ही में जमीन होने के कारण दोनों भाइयों के बीच आपसी झगड़ा होने लगता है। ऐसे में जमीन तरमीम कराने की आवश्यकता पड़ती है।
आज के आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि अपने जमीन की तरमीम कैसे कराएं? अगर एक ही जमीन में कई भाइयों या सगे संबंधियों का हिस्सा है, तो अपने हिस्से की जमीन का तरमीम जरूर करवा लेना चाहिए। जमीन तरमीन करने की प्रक्रिया क्या है, क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगता है आदि पूरी जानकारी आगे आर्टिकल में बताया गया है।
जमीन तरमीम का मतलब क्या हैं?
जमीन का तरमीम करना हम सरल भाषा में समझते हैं। माता-पिता अपने जीते जी अपने बच्चों को जमीन बराबर हिस्से में बांट देते हैं। सभी बेटे का अलग-अलग जमीन भी नाप दिया जाता है, लेकिन नक्शे में जमीन बांटना कठिन होता है। इसलिए जब नक्शे में भी सबका अलग-अलग जमीन बांट देते हैं,तो उसे ही जमीन का तरमीम होना कहते हैं।
जमीन का तरमीम करना अति आवश्यक होता है। अगर किसी जमीन में दो भाइयों का हिस्सा है, जो कि अलग-अलग बांट दिया गया है। तो उसे नक्शे पर भी अलग करवा लेना चाहिए। यानि तरमीम करवा लेना चाहिए। ताकि अगर एक भाई अपने हिस्से की जमीन बेच रहा है तो दूसरे भाई का कुछ भी नुकसान न हों। बिना किसी बात विवाद के जमीन बेचा खरीदा जा सके।
Jameen Ke Tarmeen Kaise Karaye.
दोस्तों अगर आप अपने जमीन का तरमीम करना चाहते हैं, तो दो तरीके से कर सकते हैं। आनलाइन या आफलाइन तरीके से
ऑनलाइन जमीन का तरमीम कैसे कराएं?
- प्रत्येक राज्यों द्वारा राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट लांच किया है। जहां से आप आनलाइन घर बैठे जमीन का तरमीम के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- अगर आप मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, तो लिंक पर क्लिक करके तरमीम आवेदन फार्म डाउनलोड करें।
- इसमें सभी जानकारी भरकर तथा दस्तावेज संलग्न करके राजस्व अधिकारी के पास जमा कर देना है।
- अगर जांच में सब कुछ सही पाया गया तो जमीन की तरमीम हो जाएगा। यानि आप नक्शे में भी जमीन का बंटवारा देख सकते हैं।
ऑफलाइन जमीन का तरमीम कैसे कराएं?
- इसके लिए आपको सबसे पहले अपने तहसील में राजस्व विभाग कार्यालय में जाना होगा।
- वहां पर राजस्व विभाग अधिकारी से मिलें।
- जिस जमीन का तरमीम करना है, उस जमीन का कागज, नक्शा आदि डाक्यूमेंट्स अधिकारी को दें।
- जमीन के नक्शे पर हिस्सा बांटने के लिए दोनों हकदार को अधिकारी के सामने प्रस्तुत करना होगा।
- दोनों हकदारों को एक आवेदन फार्म भरना होगा, जिसमें पूरी जानकारी भरकर अधिकारी के समक्ष जमा करना होगा।
- इसके अलावा उनके हिस्से में जो जमीन आई है, कितना क्षेत्रफल है, नक्शे में चिन्हित करना होगा।
- इसके बाद राजस्व विभाग अधिकारी द्वारा नक्शे और जमीन के कागज की जांच किया जाएगा।
- अगर सब कुछ सही पाया जाता है, तो अधिकारी द्वारा नक्शे में जमीन को बांट दिया जाएगा। यानि जमीन का तरमीम कर दिया जाएगा।
- अब आप घर बैठे कभी भी जमीन तरमीम का नक्शा डाउनलोड कर सकते हैं। नक्शे में देख सकते हैं कि जमीन का हिस्सा कहां से कैसे कैसे बांटा गया है।
नक्शा या जमीन तरमीम करने हेतु डॉक्यूमेंट
- जमीन का खसरा नंबर
- जमीन का खतौनी नंबर
- जमीन का नक्शा
- दोनों हिस्सेदार का आधार कार्ड नंबर
- बंटवारे का आदेश स्टांप पेपर
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
जमीन तरमीम निरस्त कब होती हैं?
- अगर आप जमीन तरमीन करने के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो नीचे दिए गए निम्न गलतियों पर ध्यान दें। अन्यथा तरमीम निरस्त हो जाएगी।
- राजस्व अधिकारी को जो नक्शा दे रहे हैं, उसमें कोई गलती नहीं होनी चाहिए।
- अधिकारी को जमीन का खसरा नंबर तथा खतौनी नंबर सही बताना चाहिए।
- जमीन तरमीम का आवेदन फॉर्म भरते समय सभी जानकारी ध्यान से भरे, उसमें कोई गलती नहीं होनी चाहिए।
- राजस्व अधिकारी को जमीन से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट सत्यापित करके देना चाहिए।
- यदि जमीन को दो भागों में तरमीम करना है, तो दोनों हकदार की रजामंदी होना चाहिए।
- जमीन के मालिक को भी अधिकारी के समक्ष आना चाहिए, ताकि जमीन से जुड़े प्रश्नों का उत्तर दे सकें।
जमीन तरमीम का नक्शा कैसे प्राप्त करें?
- आवेदन करने से जमीन तरमीम हो जाता है, लेकिन ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता है कि जमीन तरमीम हुआ या नहीं, तरमीम का नक्शा कैसे प्राप्त करें आदि सवाल मन में होता हैं।
- जब राजस्व विभाग द्वारा आदेश जारी हो जाता है, तो जमीन का नक्शा A4 साइज के कागज में आपको दे दिया जाता है।
- जमीन तरमीम का नक्शा आप अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
- अपने राज्य की राजस्व विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन जमीन तरमीम का नक्शा डाउनलोड कर सकते हैं।
जमीन का तरमीम क्यों जरूरी हैं?
- जमीन का बंटवारा होने के बाद नक्शे में जमीन को चिन्हित करना बहुत जरूरी होता हैं। इसके निम्नलिखित लाभ होते हैं।
- जमीन का नक्शा बन जाने से जमीन के चारों तरफ की सीमाएं निश्चित हो जाती है।
- जमीन का नक्शा बन जाने से जमीन के वास्तविक स्थिति का पता चलता है, ताकि बाद में किसी से विवाद की संभावना नहीं होती है।
- जमीन का नक्शा बन जाने से जोत भूमि का विवरण तैयार करने में मदद मिलता है।
- जमीन का नक्शा बन जाने से यह स्पष्ट होता है कि किसी व्यक्ति के पास कितनी जमीन है, उसकी स्थिति क्या है।
- नक्शा तरमीन की धारा 30 के तहत तरमीम किया जाता है।
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