Bageshwar Dham Maharaj Se Kaise Mile : दोस्तों आज के समय में बागेश्वर धाम को कौन नहीं जानता है, देश विदेश से लाखो श्रद्धालु बागेश्वर धाम पर आकर बालाजी महाराज की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। बागेश्वर धाम के मुख्य पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी है, जो इस बागेश्वर धाम के मुख्य संचालक हैं। धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी को लोग प्यार से बागेश्वर धाम महाराज भी कहते हैं। उनसे मिलने के लिए लोग बहुत बेताब रहते हैं।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी पर बालाजी, दादा गुरु, संन्यासी बाबा की दिव्य शक्तियां प्राप्त हैं। जिससे वे आने वाले श्रद्धालुओं का पर्ची निकालते हैं। पर्ची में उस व्यक्ति की परेशानियां और उपाय लिखा होता हैं। आज के आर्टिकल में मैं आपको बताने वाला हूं कि बागेश्वर धाम महाराज से कैसे मिलें? आसान तरीका क्या है। मैं अजय कुमार गुप्ता इसी धाम पर 1.5 साल से रह रहा हूं। इसलिए अपने अनुभव के आधार पर सटीक जानकारी दूंगा श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से कैसे मिला जा सकता है।
बागेश्वर धाम महाराज कौन हैं?
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला में स्थित ग्राम गढ़ा में बागेश्वर धाम स्थित है। इस बागेश्वर धाम पर देश भर से लाखों भक्त शनिवार तथा मंगलवार को बालाजी का दर्शन करने, पेशी करने तथा अर्जी बांधने आते हैं। इसी ग्राम गढ़ा के रहने वाले श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज इस बागेश्वर धाम के मुख्य पंडित है, यानि बागेश्वर धाम के हर्ता कर्ता। जिन्हें लोग प्यार से बागेश्वर धाम महाराज कहते हैं। आज के इस सोशल मीडिया के दौर में इन्होंने ही इस धाम को प्रसिद्धि दिलाई। लोगों को बालाजी की शक्तियां तथा हिंदुत्व का ज्ञान कराया।
यहां पर लाखों भक्त अपनी अलग अलग परेशानी जैसे – पारिवारिक कलह, शादी, पुत्र न होना, प्रेत बांधा, मनोकामना आदि लेकर आते रहते हैं। यहां आने के बाद लोग नारियल बांधते हैं, पेशी करते हैं, बागेश्वर बाला जी का दर्शन करते हैं।
बागेश्वर धाम पर अर्जी कैसे बांधे?
जब कोई व्यक्ति पहली बार बागेश्वर धाम पर आता है, तो उसे अर्जी बांधने का तरीका पता नहीं होता है। दोस्तों आप को बता दें कि अगर आप पहली बार बागेश्वर धाम पर आ रहे हैं तो अर्जी बांधने की जानकारी कार्यालय नंबर 1 तथा कार्यालय नंबर 2 से ले सकते हैं। अगर मैं अपनी बात करूं तो मैं यहां पर 1.5 साल से रह रहा हूं। इसलिए मैं अपने अनुभव के आधार पर बताने वाला हूं कि अर्जी कैसे बांधे?

- अर्जी बांधने के लिए सबसे पहले बागेश्वर धाम पर किसी प्रसाद की दुकान से एक अर्जी वाला नारियल, धूप बत्ती, रामदाना/लड्डू लेना है।
- इसके बाद मंदिर के चारों तरफ 21 परिक्रमा करना है। हां अगर शारिरिक परेशानी हैं तो 5 बार, 7 बार, 9 बार परिक्रमा कर सकते हैं। लेकिन कोशिश करें पूरा 21 परिक्रमा करें।
- परिक्रमा पूरा करने के बाद अंदर जाना है, बालाजी का दर्शन करना है।
- दर्शन करने के बाद बाहर निकलते समय वहां बैठकर 5 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- इसके बाद अपनी मनोकामना मन में याद करके नारियल को सर के ऊपर 5 बार उबार कर बांध देना है।
- इसके बाद वहीं पर घी के दिये जला देना है, धूप बत्ती जला देना है। और बाहर निकलते समय जहां प्रसाद चढ़ाया जाता है वहीं प्रसाद चढ़ा दें।
- इसी प्रकार से आप लाल नारियल, पीला नारियल, काला नारियल, सफेद नारियल में से कोई भी नारियल बांध सकते हैं।
नोट : अर्जी बांधने के बाद आपको लहसून, प्याज, मांस मछली, शराब आदि का सेवन नहीं करना है। आपके परिवार में भी कोशिश करें कोई न खायें। अर्जी बांधने के बाद 21 बाद आपको धाम पर आकर पेशी पूरा करना है। यकीन माने 21 पेशी करते करते आपका पर्चा बन जायेगा तथा मनोकामना पूरी हो जाएगी।
नारियल के प्रकार
यहां बागेश्वर धाम पर 4 प्रकार का नारियल अर्जी के लिए बांधा जाता है। अलग-अलग समस्या के लिए अलग-अलग नारियल बांधा जाता है।
- लाल नारियल : जो श्रद्धालु किसी मनोकामना को लेकर आते हैं, जैसे – नौकरी लग जाना, घर बन जाना आदि। उन्हें लाल नारियल बांधना चाहिए। सूखा नारियल लाल रंग के कपड़े में लपेटा रहता है, जिसके अंदर 5 फूलदार लौंग होता हैं।
- काला नारियल : जिन श्रद्धालु के ऊपर या परिवार में या घर में प्रेत बांधा (भूत-प्रेत, टोना टोटका, काला छाया) की परेशानी हैं, उन्हें काला नारियल बांधना चाहिए। सूखा नारियल काला रंग के कपड़े में लपेटा रहता है, जिसके अंदर 5 फूलदार लौंग होता हैं।
- पीला नारियल : जो श्रद्धालु शादी की मनोकामना लेकर आते हैं, अपनी शादी या परिवार में किसी सदस्य की शादी होने की अर्जी लेकर आते हैं। उन्हें पीला नारियल बांधना चाहिए। सूखा नारियल पीला रंग के कपड़े में लपेटा रहता है, जिसके अंदर 5 फूलदार लौंग होता हैं।
- सफेद नारियल : जो श्रद्धालु संतान प्राप्ति की इच्छा लेकर आते हैं, उन्हें अर्जी के लिए सफेद नारियल बांधना चाहिए। सूखा नारियल सफेद रंग के कपड़े में लपेटा रहता है, जिसके अंदर 5 फूलदार लौंग होता हैं।
बागेश्वर धाम महाराज से कैसे मिलें? आसान तरीका
बागेश्वर धाम महाराज से मिलने का तरीका बहुत है, जिसमें से कुछ तरीका मैं आपको बताने वाला हूं। याद रखें यह तरीका मैं अपने अनुभव से बता रहा हूं।
पहला तरीका – पर्ची के माध्यम से
अगर आप ने बागेश्वर धाम पर अर्जी बांध दिया है। अर्जी बांधने के बाद 21 पेशी करना शुरू कर दिए हैं, तो अच्छी बात है। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा धाम पर ही दिव्य दरबार लगाया जाता है। दिव्य दरबार में जिनका अर्जी स्वीकार होता है उनका पर्चा बनता है।
अगर बालाजी, संन्यासी बाबा, दादा गुरु की कृपा हो गयी, और आपका पर्चा बन गया तो आप बागेश्वर धाम महाराज से मिल सकते हैं। क्योंकि पर्चा बनने के बाद महाराज जी आपको अपने पास बुलाते हैं, बिना आपके बताएं पूरी परेशानी पर्चा पर लिख देते हैं। इसके बाद पर्चा आपको दिखाकर उसका उपाय बता देते हैं। इस प्रकार से आप महाराज जी से मिल सकते हैं।
दूसरा तरीका – गुरु दीक्षा लेकर
बागेश्वर धाम पर लगभग हर महिने हजारों लोगों को गुरु दीक्षा दिया जाता है। जो श्रद्धालु गुरु दीक्षा लेना चाहते हैं सबसे पहले उन्हें कार्यालय नंबर 2 से रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। रजिस्ट्रेशन के बाद उनका बागेश्वर धाम सेवा समिति की तरफ से एक कार्ड बनाया जाता है। यह कार्ड इस बात का प्रमाण है कि व्यक्ति ने बागेश्वर धाम से गुरू दीक्षा लिया हुआ है।
अगर शिष्य परेशान हैं अपनी समस्या गुरू जी से कह न सके मिल न सके तो गुरु शिष्य का मतलब क्या हुआ। इसलिए अगर आपने बागेश्वर धाम से गुरू दीक्षा लिया है तो आप कार्ड के माध्यम से सीधे महाराज जी से मिल सकते हैं।
तीसरा तरीका – सेवादार बनकर
यहां बागेश्वर धाम पर बहुत से आदमी तथा औरत सेवादार के रूप में काम करते हैं। बालाजी की कृपा पाने तथा अर्जी स्वीकार होने के लिए लोग सेवादार बनकर धाम पर सेवा देते हैं। जैसे – मंदिर की साफ सफाई करना, आने वाले श्रद्धालुओं को रास्ता बताना, भभूति बाटना दिव्य दरबार में लोगों को बैठाना आदि।
सेवादार बन जाने के बाद आप आसानी से पूरे परिसर में कहीं भी घूम सकते हैं। आपके पास सेवादार का कार्ड होगा। इस कार्ड के माध्यम से बागेश्वर धाम महाराज जी से मिल सकते हैं।
चौथा तरीका – मरीज के गंभीर होने पर
वैसे तो गुरु जी हमेशा कहते हैं कि धाम पर कभी भी गंभीर मरीज को न लायें। लेकिन अगर आप गंभीर मरीज लेकर आ गये हैं जो बहुत बीमार है, कैंसर पीड़ित हैं, प्रेत बांधा पूरा हावी है आदि। ऐसे मामलों में आप सेवादार से अपनी परेशानी कह सकते हैं। सेवादार आपको अंदर जाने देते हैं।
गुरु जी की यही महिमा है। उन्हें हर दिव्य दरबार में अलग से गंभीर मरीजों के लिए जगह रखी जाती है। जहां पर उन्हें बैठाया जाता है। दरबार के बीच में या बाद में गुरू जी गंभीर मरीज से मिलकर उनकी समस्या का समाधान कर सकते हैं।
पांचवां तरीका – महत्वपूर्ण दान देकर
दोस्तों जैसा कि आप को पता है यहां पर श्रद्धालु अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करते हैं। जैसे – गौशाला दान, कन्या विवाह दान, अन्नपूर्णा दान, मंदिर दान आदि। जब आप कुछ विशेष दान अपनी इच्छानुसार करते हैं। तब गुरु जी आप से जरूर मिलते हैं। मिलने पर आप सभी परेशानी बता सकते हैं।
छठा तरीका – उचित अवसर पर
उचित अवसर की पहचान करने के लिए आपको हमेशा मौके की तलाश में तलाश में रहना है। जैसे – गुरु जी कब गौशाला जा रहे हैं, गुरु जी कब मां से मिलने जा रहे हैं, गुरु जी कब हेलीपैड पर जा रहे हैं आदि। इस समय पर गुरू जी के पास भीड़ न के बराबर होती हैं। तब आप आसानी से गुरू जी के पास जा सकते हैं उनसे बात कर सकते हैं।
बागेश्वर धाम कांटेक्ट नंबर
बागेश्वर धाम वेबसाइट पर संपर्क नंबर 7055005553/7055005554 दिया गया है। इस पर काल करके धाम से जुड़ी कोई भी जानकारी ले सकते हैं।
FAQs
धीरेन्द्र शास्त्री से मिलने के लिए क्या करना होगा?
बागेश्वर धाम महाराज से मिलने के लिए निम्न तरीके हैं जैसे पर्ची के माध्यम से, गुरु दीक्षा लेकर, सेवादार बनकर, मरीज के गंभीर होने पर, महत्वपूर्ण दान देकर आदि।
बागेश्वर धाम से व्यक्तिगत रूप से कैसे मिलें?
बागेश्वर धाम से व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए बालाजी की पूरी कृपा होनी चाहिए।
बागेश्वर धाम की फीस क्या हैं?
बागेश्वर धाम पर आने के बाद रहना, खाना, सोना सब फ्री है। दिव्य दरबार में बैठना भी फ्री है। पर्ची भी बिना पैसे के बनता है। बागेश्वर धाम महाराज से मिलना भी फ्री है। लेकिन इन सभी का लाभ उठाने के लिए आपके पास धैर्य और श्रद्धा होनी चाहिए।
बागेश्वर धाम का मूल मंत्र कौन सा है?
बागेश्वर धाम का मूल मंत्र ओह्म बागेश्वराय नमः हैं। 108 बार जपने पर सभी कामनाएं पूरी होती है।
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